सौंफ के शर्बत से होते हैं ये फायदे-
– सौंफ के शर्बत से आप पेट की गर्मी शांत कर सकते हैं।
– सौंफ में flavonoids होते हैं जो सलाइवा का फ्लो ठीक रखते हैं। – – जिससे मुंह नहीं सूखता।
– ये मुंह की दुर्गंध को भी ठीक करता है।

पेट को करें ठंडा
आयुर्वेद में पेट को ठंडा करने के लिए सौंफ का शर्बत पीने को कहा गया है। इस शर्बत के फायदे क्या हैं तो उन्होंने बताया कि पेट की गर्मी को शांत करने के लिए ये शर्बत काफी उपयोगी साबित हो सकता है। ये काफी अरोमैटिक होती है और इसलिए ये मुंह की दुर्गंध से काफी अच्छे से लड़ती है। इसे आप दिन में कई बार ऐसे ही खा सकते हैं, लेकिन सौंफ का शर्बत खासतौर पर आपके पेट के लिए होता है जो पेट की कई समस्याओं का इलाज बन सकता है।

सामग्री-
– एक कप सौंफ भिगी हुई
– डेढ़ कप मिश्री या चीनी
– नींबू के फूल और सिटिक एसिड
– ग्रीन कलर
– बर्फ
– पानी

विधि-
सौंफ का शरबत बनाने के लिए आप सबसे पहले एक कप सौंफ को एक कप पानी में कम से कम चार से पांच घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। जब सौंफ अच्छी तरह भीग जाए तो आप एक मिक्सी का जार लें और इसमें सौंफ और थोड़ा सा पानी डालकर पीस लें। इसके बाद आप सौंफ को निकालकर फिर से बचे हुए पानी में डाल लें और आधे घंटे के लिए फिर से भीगने के लिए रख दें। ऐसा करने से सौंफ का सारा फलेवर पानी में अच्छे से घुल जाता है और आपको बेहतरीन शरबत प्राप्त होता है।
अब आधे घंटे बाद आप इसे छलनी की मदद से छान लें। अब आपको सौंफ का पानी मिल गया है। इसके बाद इससे शरबत बनाने के लिए आप इसमें डेढ़ कप मिश्री या चीनी डालकर उबालने के लिए रख दें। इसके बाद जब तक इसमें चीनी या मिश्री जब तक पिघल न जाए, आप इसे तब तक चलाते रहे। अब आप इसमें एक चुटकी नींबू के फूल या सिटिक एसिड डाल दें। यह एक प्रिजर्वेटिव की तरह काम करेगा।
अब आप इसे एक बार फिर से चलाकर गैस बंद कर दें। आपकी सौंफ की चाशनी तैयार हो गई है। जब यह पूरी तरह ठंडी हो जाए तो आप इसे एक बार फिर से बारीक छलनी से इसे छान लें। अब आप इसमें ग्रीन कलर की दो-तीन बूंदे डालें। इससे आपके शरबत का कलर काफी अच्छा आएगा।
अब आप एक गिलास लें और इसमें तीन से चार चम्मच मिश्रण, बर्फ के टुकड़े व पानी डालें। आपका सौंफ का शरबत तैयार है। आप इसे ठंडा-ठंडा सर्व करें।