उबला हुआ दूध
पीना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। आप चाहे स्वास्थ्य या फिर अन्य कारणों से दूध उबालते हों लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि आपके दूध उबालने का तरीका दूध को प्रभावित कर सकता है। वास्तव में उबले हुए दूध की न्यूट्रिशनल वैल्यू और स्वास्थ्य लाभ, पैकेट बंद दूध की तुलना में अलग होते हैं। इस लेख में हम आपको उबले हुए दूध के पोषक तत्वों और फायदों के बारे में बता रहे हैं साथ ही आपको इस बात को जानने में आसानी होगी कि दूध पीने से पहले आप दूध को उबालें या फिर नहीं।

क्यों उबालें दूध ?
गाय के दूध को हमेशा लगभग 203 ° F या फिर 95 ° C पर ही उबालना चाहिए। इसका मतलब ये है कि अगर आप कुछ ऐसा बना (पका या बेक ) रहे हैं, जिसमें दूध डालना है तो उसमें उबला हुआ दूध न डालें क्योंकि व्यंजन को तैयार करने के दौरान दूध अपनेआप ही उस तापमान पर पहुंच जाएगा। कुछ लोग बैक्टीरिया को मारने और खाद्य जनित बीमारियों को रोकने के लिए भी दूध उबालते हैं। हालांकि, यह अनावश्यक है।

दूध उबालने पर पोषक तत्वों में होने वाले बदलाव
इस बात को सभी जानते हैं कि दूध एक बहुत ही पौष्टिक पेय पदार्थ है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन, कार्ब्स और फैट का संतुलित मिश्रण होता है। यह कई महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों की आपूर्ति भी करता है। कच्चे और गर्म दूध में विटामिन और खनिज सामग्री में परिवर्तन की जांच में ये पाया गया कि नियमित पाश्चरराइजेशन तापमान में पोषक तत्वों की मात्रा में ज्यादा परिवर्तन नहीं होता है।

दूध इतना ही उबालें
अगर दूध में मौजूद इन पोषक तत्वों को समाप्त होने से बचाना है तो दूध को बार-बार न उबालें। साथ ही दूध को उबालते समय ध्यान रखें की दूध को 2 से 3 मिनट से ज्यादा देर तक न उबालें। जब दूध आंच पर उबल रहा हो तो उसे चम्मच से हिलाते रहें। जिससे उसमें उपस्थित पोषक तत्व बचे रहें।