ढीला मास्क-
मास्क पहनते समय ध्यान रखें कि मास्क व्यक्ति के चेहरे से चिपका हुआ होना चाहिए, ताकि ऊपर, नीचे या किसी भी दिशा से वायरस आपकी नाक और मुंह में प्रवेश न कर सकें। लेकिन कई लोग ढीला मास्क पहन रहे हैं।

मास्क से नाक एवं मुंह दोनों को ढकें
ये सबसे आम ग़लती है, जो व्यक्ति कर रहे हैं। मास्क या तो उनकी नाक के नीचे होता है तथा केवल मुंह को ढके होता है अथवा फिर नाक की टिप पर होता है। यदि आप मास्क से नाक एवं मुंह को अच्छी प्रकार नहीं ढकेंगे, तो आपके संक्रमित होने के आसार कहीं अधिक हो जाएंगे।

मास्क को उल्टा पहनना
वही यदि आप मास्क को अच्छे से देखें, तो उसमें एक ओर पिन होती है, जो आपकी नाक पर फिट होने के लिए लगाई जाती है। जब आप मास्क पहनें, तो पिन वाला ये भाग ऊपर की ओर होना चाहिए।

मास्क के अंदर का बाहर हो
मास्क का बाहरी भाग पहचानना कठिन काम नहीं है। किसी भी प्रकार के मास्क के अंदरूनी भाग उसके कोनों से पहचाना जा सकता है। यदि आप घर का बना मास्क पहन रहे हैं, तो ध्यान रखें कि उसके बाहरी भाग को कभी भी उलट कर न पहनें। ऐसा इसलिए क्योंकि बाहरी भाग दूषित हो जाता है, ऐसे में यदि आप उसे उल्टा पहनना आरम्भ कर देंगे, तो आपके संक्रमित होने का संकट बढ़ जाएगा।
मास्क को बार-बार छूना
साथ ही मास्क के बाहरी भाग को दूषित ही मान कर चलें तथा इसलिए उसे पहनते समय बार-बार न छुएं। यदि आप उसे ठीक करते भी हैं, तो हाथों को सैनीटाइज़ अवश्य करें।

गंदे या गीले मास्क को दोबारा उपयोग करना
वही मास्क को एक बार उपयोग करने के पश्चात् ये आवश्यक है कि आप उसे सैनीटाइज़ करें या धोएं। यदि आप कपड़े का मास्क पहन रहे हैं, तो उसे गर्म पानी तथा साबुन से अच्छी प्रकार धोएं और धूप में सुखाएं।
गंदा होने से बचाएं
वही मास्क को न केवल चेहरे पर अच्छी प्रकार फिट होना चाहिए, बल्कि ये भी आवश्यक है कि मास्क गंदा या गीला न हो। इन चीजों पर उचित ध्यान अतिआवश्यक है।