बेड और सीलिंग की दूरी
सबसे अहम सवाल जो कई बार किया जा चुका है वो है बेड से सीलिंग की दूरी जो कि सुशांत की हाइट से केवल एक इंच ज़्यादा है। मुंबई पुलिस ने ये थ्योरी साफ करने की कोशिश करते हुए सफाई दी थी कि बेड और सीलिंग की ऊंचाई और सुशांत की हाईट में भले ही ज़्यादा अंतर नहीं था लेकिन पंखा बीचों बीच नहीं था। सुशांत फंदा बनाकर बेड के किनारे झूल गए। लेकिन इस बात पर फिलहाल किसी को विश्वास नहीं हो पा रहा है।

कोई भी आया गया
वहीं हाल ही में रिपब्लिक टीवी ने कुछ वीडियो जारी किए जहां सुशांत की मौत के बाद भी उनकी बिल्डिंग में लोग आ जा रहे हैं। सुशांत के कमरे से एक लड़का काला बैग लेकर निकलता दिखा और बिल्डिंग में एक लड़की घुसते दिखी जिसे बाद में रिया के भाई शौविक की खास दोस्त बताया गया। लेकिन इतने लोग आ जा क्यों रहे थे, इसका मुंबई पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है।

सुशांत की मिस्ड कॉल
अर्णब गोस्वामी ने अपने चैनल पर साफ सवाल पूछते हुए कहा कि सुशांत सिंह राजपूत ने आखिरी समय में अपने परिवार को मिस्ड कॉल दिया। ऐसा कौन इंसान करता है? गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून की एक रात पहले भी अपने बेहद करीबी दोस्त महेश शेट्टी को फोन किया था लेकिन महेश उनका फोन नहीं उठा पाए थे।

आठ घंटों में रिया की सच्चाई
मुंबई पुलिस ने रिया चक्रवर्ती से 8 घंटों तक पूछताछ की लेकिन इस पूछताछ में उन 15 करोड़ की बात नहीं निकली जिनका ज़िक्र सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने अपनी FIR में किया है। जबकि सुसाइड के मामले में अगर पूछताछ हो रही थी तो सबसे पहले पैसों को लेकर पूछताछ की जानी चाहिए थी।

वीडियो लीक की सच्चाई
एक वीडियो लीक हुआ जो सुशांत के कमरे में पुलिस के पहुंचने के बाद का है। इस वीडियो में सुशांत का शरीर बेड पर चादर से ढंका हुआ है और पुलिस ये कहते हुए दिख रही है कि अगर ये वीडियो लीक हुआ तो इंवेस्टिगेशन चौपट हो जाएगा। इस वीडियो पर लगातार सवाल उठाए गए।

गले पर पड़ा निशान
अर्णब गोस्वामी ने अपने शो में एक और सीधा सवाल पूछा है सुशांत सिंह राजपूत के गले में पड़े निशान को लेकर। उन्होंने कहा एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये निशान उस तरह के नहीं है जिस तरह के कपड़े से उन्हें लटका हुआ बताया गया है। इसे कभी कभी Staged Suicide भी कहा जाता है। लेकिन पुलिस ने इस तरफ से कोई जांच करने की बजाय 14 जून को 15 मिनट के अंदर बयान कैसे दिया कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या से अपनी जान ले ली है।

रिया के पलटते बयान
रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिंह राजपूत की एक मौत के एक महीने बाद ट्वीट कर इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। लेकिन फिर वही रिया चक्रवर्ती सुप्रीम कोर्ट में इस केस को पटना से मुंबई ट्रांसफर करने की मांग करती दिखाई देने लगीं। मुंबई पुलिस लगातार इस मामले में रिया की मदद करती नज़र आई।

परिवार पर मुंबई पुलिस का प्रेशर
सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील का कहना है कि परिवार पर मुंबई पुलिस ने लगातार प्रेशर बनाया कि वो इस केस में कुछ बड़े प्रोडक्शन हाउस के नाम लें। क्या वाकई पुलिस इस जांच को दिशाहीन कर कुछ समय के लिए बढ़ाकर इसे बंद करना चाहती थी?

क्या छिपा रही है पुलिस
पुलिस से सीधा यही सवाल किया गया कि आखिर पुलिस क्या छिपा रही थी। वहीं मुंबई पुलिस ने सुशांत के पिता की FIR दर्ज होने से पहले ही एक ईमेल खुद रिया चक्रवर्ती को लीक किया था। इस ईमेल को लिखा था सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी ने मुंबई पुलिस को लेकिन मुंबई पुलिस ने ये ईमेल रिया तक पहुंचाया।

65 दिन तक जांच
दिलचस्प ये है कि इतने तथ्य सामने आने के बावजूद मुंबई पुलिस अपनी सुसाइड थ्योरी पर कायम रही और लगभग 65 दिनों में इतने लोगों से पूछताछ के बावजूद मुंबई पुलिस ने किसी पर कोई FIR दर्ज नहीं की।